गुलकंद परिचय
गुलकंद का नाम सुनते ही हमारे मुंह में पानी आ जाता है गुलकंद को गुलाब की पंखुड़ियों से बनाया जाता है जैसा की गुलकंद खाने साथ ही खुसबू में भी अच्छा है ।गुलकंद मुर्रब्बे के सामान दिखने वाला खाद्य पदार्थ है। गुलकंद का सेवन करने से विभिन्न प्रकार के फायदे होतें है । mydailyhealth के लेख से आप गुलकंद के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर पायेंगे ।
गुलकंद क्या है
गुलकद गुलाब की पत्तियों से बनाया जाने वाला एक खाद्य पदार्थ है । गुलाब -का नाम सुनते ही हमारे मन में प्रेम भाव उत्पन्न हो जाता है गुलाब को हम अनेक नामों से जानते है जैसे कि हिंदी में गुलाब , इंग्लिश में रोज लैटिन , संस्कृत में स्त्पत्री ,पटल पुष्प आदि नामो से जाना जाता है ।
आज हमारे देश में बहुत सी गुलाब की प्रजातियां पाई जाती है । गुलकंद बनाने में मुख्य रूप से गुलाब की पत्तियों की आवश्कता होती है । दूसरी चीनी या मिश्री की । गुलकंद में प्रचुर मात्र में तो नहीं लकिन बलेंस मात्र में विटामिनस पाए जाते है जैसे की विटामिन बी , विटामिन c और विटामिन E पाए जाते है ।गुलकंद का उपयोग हम औसधि के रुप में करते हैं।
गुलकंद का उत्पादन अब बहुत सारी कम्पनियों द्वारा किया जाता है जैसे कि पतांजलि गुलकंद , दिव्य गुलकंद , डाबर गुलकंद आदि कंपनियां करती है ।
गुलकंद बनाने की विधि
गुलकंद बनाने से पहले आपके मन में यह सवाल जरुर आया होगा कि किस रंग के गुलाब का प्रयोग करें तो इस बारे में मैं आपको यही सलाह दूंगा की आप किसी भी रंग के गुलाब का प्रयोग कर सकते है फर्क बस इतना है की गुलकंद के रंग में परिवर्तन आयेगा न की स्वाद में ।
गुलकंद बनाने की सामग्री
1. 100 ग्राम चीनी या मिश्री
2. 250 ग्राम गुलाब की पत्तियां
3. एक चम्मच छोटी इलाइची पीसी
4. दो बड़े चम्मच शहद
5. एक बड़ा चम्मच सव्न्फ
गुलकंद बनाने की विधि
* सबसे पहले गुलाब की पत्तियों को अच्छे से धो ले । फिर एक कांच के बर्तन ले लें । फिर चीनी और गुलाब की पत्तियों को अच्छे से मिले ले तब तक मिलाएं जब तक की चीनी की मात्रापूरी पूरी तरह से समाप्त न हो जाये ।
* इलाइची व सौंफ को उसी बर्तन में मिक्स कर दें मिक्स करने के बाद धुप में उसी बर्तन को 6-8 दिनों तक रख दें ।
* उस बर्तन में धीरे – धीरे चीनी में पानी छोड़ना सुरु हो जायेगा फिर गुलाब की पत्तियां धीरे – धीरे उस चीनी के पानी में गलना सुरु हो जाती है जब गुलाब की पत्तियां पूरी तरह से गल जाएँ तो समझो आपका गुलकंद तैयार हो चुका है ।
गुलकंद खाने के फायदे
रोग प्रतिरोधक छमता बढानें में मदद
गुलकंद को खाने से हमारी रोग प्रति रोधक छमता बढाती है । रोग प्रतिरोधक छमता को बढ़ाने के लिए आप गुलकंद का नियमित सेवन करे ।इसका सेवन किसी भी उम्र के लोग कर सकते है ।
मुह के अल्सर्स में फायदेमंद
गुलकंद की प्रव्रती ठंडी होती है इसी लिऐ इसका इस्तेमाल मुह के अल्सर्स में क्या जाता है इसका ठंढा होने के कारण मुह में होने वाले छालों के दर्द में किया जाता है ।
सन बर्न में फायदे मंद
गुलकंद का नियमित सेवन करने से गर्मियों में होने वाली कालिमा से दूर रखता है हमारे सरीर में अतिरिक्त गर्मी को कम करने में सहायता प्रदान करता है
आँखों के लिए फायदेमंद
यदि बात करें आँखों की समस्याओं की तो गुलकंद में ऐसे गुण पाए जाते है जैसे कि आँखों का लाल होना , आँखों में सुजन आना ,आँखों में दर्द जैसी समस्या से छुटकारा दिलाता है ।
पेट में गैस की समस्या से छुटकारा पाने में मदद
पेट में गैस जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए गुलकंद को महारथ हासिल है । डॉक्टरों का मनना है कि गुलकंद का सेवन करने से अपने पाचन तंत्र को ठीक किया जा सकता है तो गुलकंद का मतलब ही गुलाब है ।गैस या कब्ज से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाने के लिय गुलकंद का सेवन करें ।
गुलकंद में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जिसको खाने से तुरंत उर्जा मिलती है । हमारी रोज मर्रा की जीवन में तनाव पूर्ण कार्य होते हैं इस तनाव को कम करने के लिए गुलकंद का सेवन करना अवश्यक हो जाता है ।एक शोध में पता चला ही कि गुलकंद हमारे तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और शांत रखने में शाहयता प्रदान करता है । इसके अतिरिक्त थकावट को कम करने में शाहायक होता है ।
यदास्त बढ़ाने में फायदेमंद
एक शोध के दौरान यह पाया किगुलकंद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारी यादास्त को बढ़ाने में मदद करते है ।
गुलकंद खाने का तरीका
- गुलकंद का उपयोग आप दूध के साथ कर सकते (उबाल कर या गर्म करके)
- गुलकंद को आप सीधे तोर पर इस्तेमाल कर सकते है ।
- गुलकंद का सेवन आप ब्राउन ब्रेड के साथ या वाइट ब्रेड के साथ कर सकते है ।
- गुलकंद के आप लड्डू बनाकर इस्तेमाल कर सकते है ।
- गुलकंद को आप ठंढे पानी में मिलाकर सेवन कर सकते है ।
गुलकंद कब -कब खाना चाहिए ?
गुलकंद को आप किसी भी समय खा सकते है ।यदि आप गैस या कब्ज की समस्या से जूझ रहे है तो रात में सोने से पहले सेवन करना चाहिए ।
गुलकंद की कितनी मात्र लेनी चाहिए ?
एक दिन में आप गुलकंद का सेवन 1 से 2 चम्मच सुबह और शाम में कर सकते है।
गुलकंद खाने से होने वाले नुकशान
सबसे पहले बता दें कि mydailyhealth की टीम का मानना है की यदि आप गुलकंद में किसी रसायन का प्रयोग करेंगे तो ही गुलकंद नुकसान दायक होगा ।
ऊपर आप ने गुलकंद के फायदे व नुकसान के बारे में जाना । घरों में लगाए जाने वाले गुलाब के पौधों में इतने सारे गुड़ होतें है। क्या ? आपको इसके बारे में पहले से पता था यदि आपको पता था तो आप गुलकंद के बारे में अपनी राय कमेंट में mydailyhealth की टीम से अवश्य साझा करें । धन्यवाद् !